रोजाना हो रहा 20,000 करोड़ से ज्यादा डिजिटल लेनदेन : मोदी



नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि रोजाना 20,000 करोड़ रूपए से अधिक डिजिटल लेनदेन हो रहे हैं, जिसमें छोटे ऑनलाइन भुगतान एक बड़ी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में मदद कर रहे हैं।अपने 88वें मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' में राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश में रोजाना 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का डिजिटल लेनदेन हो रहा है और कहा कि यह न केवल सुविधाओं में वृद्धि कर रहा है बल्कि ईमानदारी के माहौल को भी प्रोत्साहित कर रहा है।उन्होंने कहा, "अब देश में रोजाना 20,000 करोड़ रुपये का डिजिटल लेनदेन हो रहा है और मार्च में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) लेनदेन भी 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।"अपनी टिप्पणी में उन्होंने कहा कि खेलों की तरह ही 'दिव्यांगजन' कला, शिक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में चमत्कार कर रहे हैं।उन्होंने कहा, 'प्रौद्योगिकी की शक्ति के साथ वे ज्यादा से ज्यादा ऊंचाइयों को छू रहे हैं।'जल संरक्षण की बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह हर जीव के जीवन का आधार है और पानी भी सबसे बड़ा संसाधन है इसलिए हमारे पूर्वजों ने जल संरक्षण पर इतना जोर दिया।मैं आप सभी से अपने क्षेत्र के ऐसे पुराने तालाबों, कुओं और झीलों के बारे में जानने का आग्रह करता हूं। अमृत सरोवर अभियान के कारण जल संरक्षण के साथ-साथ आपके क्षेत्र की एक अलग पहचान भी विकसित होगी। इससे स्थानीय पर्यटन स्थल भी विकसित होंगे। इससे शहरों, मोहल्लों में भी स्थानीय पर्यटन स्थलों का विकास होगा और लोगों को घूमने के लिए भी जगह मिलेगी।उन्होंने आगे कहा, आइए हम आजादी के अमृत महोत्सव में जल संरक्षण और जीवन बचाने का संकल्प लें। हम बूंद-बूंद पानी बचाएंगे और हर एक की जान बचाएंगे।