दुष्कर्मी जीजा ने गला काटकर की थी साली की हत्या, फिर लगा दी कमरे में आग
नर्सिंग छात्रा के अंधे हत्याकाण्ड का कोतवाली पुलिस ने किया खुलासा, साक्ष्यों को छिपाने के लिए आरोपी ने की भरपूर कोशिश
काल चिंतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। कोतवाली क्षेत्र के गनियारी में २६-२७ मार्च की दरम्यानी रात प्रीति यादव की जलकर मौत हो गयी थी। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की तो वहां मामला संदिग्ध पाया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में धारदार हथियार से गला काटकर हत्या किये जाने की बात आयी। कोतवाली पुलिस ने जांच में पाया कि मृतका के जीजा ने पहले तो उसके साथ दुष्कृत्य किया फिर मृतका द्वारा उक्त बात को सार्वजनिक कर देने के डर से सातिराना ढंग से उसका गला काटा इसके बाद गैस सिलेण्डर खेालकर कमरे में आग लगा दी। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में पत्रकारों के समक्ष अंधी हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुये पुलिस अधीक्षक बीरेन्द सिंह ने बताया कि आरोपी द्वारा साक्ष्य छिपाने तथा हत्या के प्रकरण को दुर्घटना दिखाने की भरपूर कोशिश की परन्तु कोतवाली पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुये आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उन्होने बताया कि आरोपी जीजा कृष्णा यादव पूर्व में भी बरगवां थाना क्षेत्र में बलात्कार के आरोप मेंंंंंंं दस वर्ष की सजा काट चुका है। एसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुये बैढ़न नगर निरीक्षक अरुण पांडेय के नेतृत्व मे गठित पुलिस टीम सघन पुछतांछ जांच पड़ताल के बाद आरोपी के विरुद्ध धारा 302, 201 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्त मे लिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर के मार्गदर्शन व सीएसपी देवेश पाठक के सतत देखरेख मे की गयी इस कार्रवाई मे ये तथ्य सामने आया कि शहर के चर्चित होटल मे कुक का काम करने वाले आरोपी कृष्णा यादव कि पत्नि को अपने घर भेज दिया था। इसी बीच एक दिन मृतका से जबरिया ज्यादती कर दिया जिससे नाराज छात्रा घटना को परिजनो से बताने धमकाया था। इस बात को छुपाने के प्रयास मे आरोपी ने 27 मार्च के शाम वापस होटल आ गया तथा आधी रात को होटल के पिछवाड़े से बाउंड्री कूद कर पैदल ही मृतका के आवास मे पहुंचा और गला रेतकर हत्या के बाद गैस सिलेंडर खोल के माचिस मार दरवाजा बंद कर भाग निकला था। कमरे मे आग लगने कि सूचना पर आरोपी मौके पर पहुंचा और खूब रोता बिलखता रहा व पुलिस को गुमराह किया। उन्होने बताया कि परिजनो के बयान व मौके पर प्लग मे चार्जर लगा जला मोबाईल मृतका के बेड पर था। लिहाजा प्रथम दृष्टया करंट से जलना प्रतीत हो रहा था और परिजन व आरोपी लगातार गुमराह करता रहा अचेत होने का नाटक करता रहा पोस्टमार्टम रिपोर्ट व पूछतांछ में काफी मसक्कत के बाद ये तथ्य सामने आये। पुलिस अधीक्षक श्री वीरेंद्र सिंह ने बताया कि बिलौजी स्थित एक चर्चित होटल से ले कर घटना स्थल तक लगे तमाम सीसी टीवी कैमरे फुटेज खंगालने पुलिस टीम रात दिन एक कर दिया था।
उक्त कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक विन्ध्यनगर देवेश पाठक, थाना प्रभारी वैढ़न अरूण कुमार पाण्डेय, उप निरी. उदय करिहार, संदीप नामदेव, अरुण सिंह, एएसआई पप्पू सिंह, वीरेंद्र त्रिपाठी, पिंटू राय, प्र.आ.पंकज सिंह, विजय खरे, प्रवीण सिंह, आरक्षक जीतेंद्र सेंगर, महेश पटेल, अभिमन्यु उपाध्याय, पवन पांडेय, लक्ष्मी मिश्रा, सोबाल वर्मा शामिल रहे।