ऊर्जांचल विस्थापित एवं कामगार यूनियन ने श्रम निरीक्षक को हटाने की उठायी मांग, श्रमायुक्त से की शिकायत




वैढ़न,सिंगरौली। सिंगरौली श्रम कार्यालय में पदस्थ श्रम निरीक्षक सुशील सेन की पदस्थापना अगस्त २०१७ में हुयी थी। जबसे इनकी पदस्थापना हुयी तब से किसी भी समय सहायक श्रमायुक्त महोदय की पदस्थापना नहीं हुयी सिर्फ जो भी रहे प्रभार में रहे। जिसकी वजह से सिंगरौली के उद्योगपति, कंपनियों, ठेेकेदारों से इनकी साठ-गांठ हो चुकी है। जिले में ठेकेदारी मजदूर बहुतायत की संख्या में हैं जिनकी रआये दिन समस्यायें रहती हैं। मजदूर हो या यूनियन किसी भ्ीा प्रकार की शिकायत जैसे अवैध छंटनी, मजदूरी भुगता मिनिमम वेज की शिकायतों को ६ माह से अधिक समय हो जाता है शिकायतों का निराकरण करने के बजाय इनके द्वारा सिर्फ ठेकेदारों का पक्ष लिया जाता है। इस संबंध में ऊर्जांचल विस्थापित एवं कामगार यूनियन के जिलाध्यक्ष संजय नामदेव ने इस संबंध में श्रमायुक्त को सम्बोधित एक शिकायती पत्र कलेक्टर कार्यालय में सौंपा है। 

संजय नामदेव ने कहा कि श्रम निरीक्षक सुशील सेन द्वारा मजदूरों की शिकायतों का निराकरण करने की बजाय उन्हें गालियां दी जाती है और कार्यालय से भगा दिया जाता है। यहां तक की मजदूरों को ही डरा धमका कर उनकी शिकायत बंद करा दी जाती है। श्री सेन की कारगुजारियों से श्रमिकों में कापुी आक्रोश ब्याप्त है। संजय नामदेव ने कहा कि श्रम निरीक्षक के कारगुजारियों की यूनियन कड़ी निंदा करती है। तथा मांग है कि उक्त श्रम निरीक्षक को तत्त्काल सिंगरौली हटाया जाये।