नौकरी की मांग को लेकर एनसीएल हेडक्वार्टर के सामने तीन दिनों से भूख हड़ताल पर बैठा परिवार
काल ङ्क्षचतन कार्यालय
वैढ़न,सिंगरौली। एनसीएल गोरबी बी परियोजना द्वारा सन१९९२ में ग्राम रजखड़ में जमीन अधिग्रहित की गयी थी उस दौरान सभी भूमिस्वामियों को एनसीएल द्वारा नौकरी प्रदान की गयी परन्तु उसी गांव में निवास करने वाले एक परिवार को आज दिनांक तक नौकरी नहीं प्रदान की गयी जिसे लेकर उक्त ग्रामीणों द्वारा कई बार एनसीएल को पत्र लिखा गया, शिकायतें की गयी परन्तु आज दिनांक तक उनकी सुनवाई कहीं नहीं हुयी जिसे लेकर उक्त ग्रामीण एनसीएल हेडक्वार्टर के सामने २१ फरवरी से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
मिली जानकारी के राम विचारे बसोर पिता लक्षनधारी बसोर, केशमती बसोर पत्नी राम विचारे बसोर, राम मिलन बसोर पिता राम विचारे बसोर अपने बच्चों के साथ २१ फरवरी से एनसीएल हेडक्वार्टर के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुये हैं। ग्रामीणों का कहना है कि १९९२ में एनसीएल गोरबी बी परियोजना द्वारा रजखड़ गांव की जमीन का अधिग्रहण किया गया था। उस दौरान खसरा नं. ३४५ रकवा ०.१०५ अर्जित कर लिया गया उक्त जमीन का उस समय मुआवजा भी दिया गया परन्तु नौकरी प्रदान नहीं की गयी। ग्रामीणों का कहना है कि उस दौरान जब एनसीएल द्वारा जमीन का अधिग्रहण किया गया था तब चाहे कितनी भी जमीन अर्जित की गयी उसमें पट्टेदार को नौकरी प्रदान की गयी परन्तु उक्त परिवार को नौकरी नहीं दी गयी। इस संबंध में कई बार उक्त ग्रामीणों द्वारा शिकायत भी दर्ज करायी परन्तु उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया। थक हारकर पूरा परिवार अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गया है। तीन दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों पर प्रबंधन द्वारा हड़ताल समाप्त करने का दबाव भी बनाया जा रहा है। अनशन में बैठी एक महिला की आज तबीयत भी खराब हो गयी थी। ग्रामीणो ने एनसीएल प्रबंधन से जल्द से जल्द नौकरी दिलाये जाने की मांग की है।