यूक्रेन से भारतीयों की वापसी के लिए पाकिस्तान ने की मदद, खोला अपना एयरस्पेस, अब तक 709 स्टूडेंट्स वतन लौटे



नई दिल्ली. यूक्रेन में रूस के हमले के बीच भारत वहां फंसे छात्रों को निकालने में जुटा है. इसमें पाकिस्तान, भारत की मदद कर रहा है. एअर इंडिया की फ्लाइट से छात्र भारत आ रहे हैं. पायलट ने बताया कि यूक्रेन की गंभीर स्थिति को देखते हुए सभी एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं.भारतीय स्टूडेंट्स को रोमानिया और हंगरी के रास्ते भारत लाया जा रहा है. रोमानिया के बुखारेस्ट से एअर इंडिया की एक फ्लाइट एआई-1942 रविवार को ही दिल्ली पहुंची. इस फ्लाइट को स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट के तौर पर संचालित किया गया था. विमान के पायलट कैप्टन अचिंत भारद्वाज बताया कि पाकिस्तान सहित सभी एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने इवैक्यूएशन मिशन में साथ दिया है.
पाकिस्तान ने सीधा हवाई मार्ग दिया: कैप्टन भारद्वाज ने कहा, दिलचस्प बात यह है कि हमें रोमानिया से लेकर दिल्ली तक, तेहरान के रास्ते पाकिस्तान तक सभी एटीसी नेटवर्क ने सहयोग दिया. पाकिस्तान ने भी हमें बिना कारण पूछे ही सीधा हवाई रास्ता दिया. इससे समय भी बचा. हम रोमानिया के रास्ते उड़ान नहीं भरते, लेकिन एटीसी और सरकार के बीच अच्छा को-ऑर्डिनेशन रहा.
ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीयों का रेस्क्यू: आपरेशन गंगा के तहत अब तक कुल 709 छात्र यूक्रेन से रेस्क्यू किए गए हैं. 240 भारतीय नागरिकों ने हंगरी के बुडापेस्ट से भी उड़ान भरी है. इसके पहले शनिवार को रोमानिया से पहली फ्लाइट 219 भारतीय छात्रों को लेकर मुंबई पहुंची थी. रोमानिया की विशेष उड़ान के लिए पांच पायलट, 14 केबिन क्रू, तीन विमान इंजीनियर और दो सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था.
ज्योतिरादित्य सिंधिया और वी मुरलीधरन ने किया स्वागत: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने दिल्ली हवाई अड्डे पर यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए भारतीय नागरिकों का स्वागत किया.