आखिर आज क्यों महसूस हुई विधायक को अवैध रेत उत्खनन की पीड़ा



भाजपा ने किया कांदोपानी में चक्काजाम आन्दोलन
कालचिंतन, कार्यालय
बैढ़न(सिंगरौली)। जिले में विगत कई वर्षों से कई स्थानों पर रेत तथा गिट्टी एवं अन्य खनीजों का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चल रहा था। प्रदेश में विगत १५ वर्षों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्तारूढ़ थी। माननीय विधायक श्री रामलल्लू वैस भी तीन पंचवर्षीय योजनाओं से विधायक रहे हंै लेकिन उन्हें अवैध खनिज उत्खनन, मजदूरों का शोषण तथा खराब हो रही प्रधानमंत्री सड़क की चिंता ने कभी नहीं परेशान किया। आखिर क्या वजह हो गयी कि विधायक जी को पिपराकुरंद, कांदोपानी जाकर अवैध रेत उत्खनन स्थल पर चक्काजाम करने का राजनीतिक स्टंट करना पड़ा। 
बहरहाल भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सहित कई मण्डल अध्यक्षों की उपस्थिति में रेण नदी(कांदोपानी) जाकर अवैध उत्खनन के खिलाफ आमसभा की गयी। वक्ताओं ने कहा कि रेण नदी में जितनी लीज खनिज विभाग ने दी है उसके कई गुना ज्यादा रेडियस में मशीनों द्वारा अवैध उत्खनन किया जा रहा है। जिससे सरकार को प्रतिमाह लाखों रूपये रायल्टी का चूना लग रहा है। जबकि सरकारी पैरामीटर के अनुसार पिपराकुरंद ग्राम पंचायत के सरपंच को पाँच एकड़ में रेत उत्खनन की इजाजत दी गयी थी और उस रेत की आमदनी से पंचायत क्षेत्र में विकास कार्य करना सुनिश्चित किया गया था। लेकिन प्रशासन के साथ रेत माफियाओं की मिलीभगत के कारण बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन वर्षों से जारी था। जबकि इस रोड पर आठ टन से ज्यादा वजन लेकर वाहन चलाने की इजाजत नहीं है। हालात यह हैं कि चालिस-पचास टन लेकर भारी वाहन इन सड़कों को रौंद रहे हैं जिससे कि ग्रामीणों के लिए बनायी गयी सड़क की ऐसी तैसी हो गयी है। माननीय पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासनकाल में भी हजारों ट्रक अवैध रेत उत्खनित होकर उत्तर प्रदेश की बाजार में इसी रास्ते से होकर के बेचा गया है। तब विधायक को रायल्टी के नुकशान की सुध नहीं आयी। 
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुये उन्होंने कहा कि उन्होने शासन तथा प्रशासन को उन्होने सड़क निर्माण के लिए लिखित रूप से पत्र दिया था। जिले के प्रभारी मंत्री को भी उन्होंने कहा था कि खनिज विभाग के मद से संबंधित संड़कों का निर्माण करवाया जाय लेकिन अभी तक सड़कों का निर्माण तो दूर पहल भी नहीं की गयी। ये हालात दस वर्षों से इसी तरह बने हुये हैं।



बिलबिलाए भाजपाई
कांग्रेस सरकार द्वारा रेत लीज की नीति बनाये जाने तथा अतिक्रमण अभियान से प्रभावित होकर भाजपाई बिलबिलाए नजर आ रहे हैं। आमसभा में  यह बात उठकर सामने आयी कि कांग्रेस सरकार के नुमाइंदे भाजपाईयों को चुन-चुनकर अतिक्रमण का शिकार बना रहे हैं। आमसभा में सुनाई दिया कि सिंगरौली के रेत का ठेका किसी एक रेत माफिया को दिये जाने की योजना बनायी जा रही है और वह छिंदवाड़ा से भेजा जा रहा है। सिंगरौली की अवैध रेत की कमाई सिहावल जाकर जमा हो रही है। रेत खदानों पर कांग्रेसियों का कब्जा है और भाजपाईयों को परेशान किया जा रहा है। 



लाखों करोड़ो रायल्टी का पैसा पेल गये रेत माफिया: विधायक
अपने उद्बोधन में विधायक रामलल्लू वैस ने कहा कि रेण नदी कांदोपानी से दबंगयी के साथ अवैध रेत उत्खनन करके लाखों करोड़ो रूपया रायल्टी का पैसा रेत माफिया पेल कर खा गये। मजदूरों को मजदूरी देने की बात तो दूर सरपंच से लेकर ग्रामीणों तक उनकी दहशत में जीवन यापन करने के लिए मजबूर हैं।