नहीं रोक पाया सड़क हादसों में मौतें, मानता हूं अपने विभाग की असफलता : नितिन गडकरी
नई दिल्ली । सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क हादसे न रोक पाने को अपने मंत्रालय की विफलता बताया है, साथ ही देश में नई सड़क परिवहन योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। गडकरी यहां एक आयोजन में शिरकत करने आए जहां उन्होंने कहा कि दिल्ली से मुंबई तक अब 12 घंटे के भीतर पहुंचा जा सकेगा और हाईवे पर तेजी से काम चल रहा है। नितिन गडकरी ने कहा कि मेरे विभाग ने सभी क्षेत्रों में सफलता के साथ काम किया है लेकिन पांच साल में सड़क हादसे कम नहीं कर पाया और इसे मैं अपनी विफलता मानता हूं। उन्होंने कहा कि हर साल पांच लाख हादसे होते हैं और डेढ़ लाख मौतें होती हैं, मरने वालों में 18-35 की उम्र वाले 65 फीसदी लोग हैं। उन्होंने कहा कि नया मोटर व्हीकल एक्ट एक साल तक राज्यसभा में अटका रहा जो अब जाकर पास हुआ है।
गडकरी ने कहा कि देश में 30 फीसदी बोगल लाइसेंस हैं, लाइसेंस देने की प्रक्रिया में पारदर्शिता होती चाहिए, एक आदमी तीन शहरों में अलग-अलग लाइसेंस रखता है। उन्होंने कहा कि बस ड्राइवर की ट्रेनिंग क्या ठीक से नहीं होनी चाहिए जो 50 लोगों को बैठाकर बस चलाता है, इसलिए हम ट्रेनिंग स्कूल खोलने जा रहे हैं। साथ ही ट्रैफिक नियम तोड़ने पर जुर्माना इसलिए बढ़ाया गया ताकि लोगों में डर रहे और वे सड़क पर चलते वक्त नियमों का पालन करें। गडकरी ने पांच करोड़ नौकरियां पैदा करने के सवाल पर कहा कि हमने 40 किलोमीटर सड़क प्रतिदिन बनाने का लक्ष्य रखा था, अब वह 32 हो गया है, इस साल तक शायद 40 भी हो जाए। ठीक ऐसे ही 5 करोड़ नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य भी रखा गया है। गडकरी ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर में नई-नई योजनाओं से रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे, स्थिति चुनौतीपूर्ण हैं लेकिन हम रास्ता निकालने के लिए काम कर रहे हैं, हालांकि इसमें वक्त लग सकता है।